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विश्व_इतिहास में एकलौता उदाहरण ."हाड़ी-रानी"

#विश्व_इतिहास में एकलौता उदाहरण . हमने सुनी कहानी थी। "हाड़ी-रानी" . . "सिसोदिया कुलभूषण, क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा राजसिंह को रूपनगर की राजकुमारी का प्रणाम। महाराज को विदित हो कि मुगल औरंगजेब ने मुझसे विवाह का आदेश भेजा है। आप वर्तमान समय में क्षत्रियों के सर्वमान्य नायक हैं। आप बताएं, क्या पवित्र कुल की यह कन्या उस मलेच्छ का वरण करे? क्या एक राजहंसिनी एक गिद्ध के साथ जाए? महाराज! मैं आपसे अपने पाणिग्रहण का निवेदन करती हूँ। मुझे स्वीकार करना या अस्वीकार करना आपके ऊपर है, पर मैंने आपको पति रूप में स्वीकार कर लिया है। अब मेरी रक्षा का भार आपके ऊपर है। आप यदि समय से मेरी रक्षा के लिए न आये तो मुझे आत्महत्या करनी होगी। अब आपकी...."      मेवाड़ की राजसभा में रूपनगर के राजपुरोहित ने जब पत्र को पढ़ कर समाप्त किया तो जाने कैसे सभासदों की कमर में बंधी सैकड़ों तलवारें खनखना उठीं।      महाराज राजसिंह अब प्रौढ़ हो चुके थे। अब विवाह की न आयु बची थी न इच्छा, किन्तु राजकुमारी के निवेदन को अस्वीकार करना भी सम्भव नहीं था। वह प्रत्येक निर्बल की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझने वाले राजपूत...

सफलता प्रेरणादायक हिंदी कहानियां 2023

 शिक्षाप्रद छोटे प्रेरक प्रसंग जिंदगी में सफलता बहुत ही जरूरी हैं , success को पाने का रास्ता इतना आसान भी नहीं है! और इस कठिन राह में व्यक्ति को मोटिवेट रहना बहुत जरूरी है क्योंकि मोटिवेशन के बिना वह उस रास्ते को पार नहीं कर सकता बीच रास्ते पर ही अपनी हिम्मत हार जाता है उस मोटिवेशन को बनाए रखने के लिए हमने पेश की है कुछ चुनिंदा बेहतरीन प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग और मोटिवेशनल स्टोरीज जो आपके लिए एक प्रेरणा स्रोत का काम करेगी !                                                                   जान लगा दो या जाने दो – शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग.                                                                                ...

एक गरीब का प्यार: एक दर्द भरी प्रेम कहानी !

 एक गाँव में एक बहुत ही मासूम ख़ूबसूरत और अच्छा लड़का रहता था, जिसका नाम किशन था। उसके परिवार में उसके माँ बाप भाई बहन सभी थें लेकिन दुःख की बात यह थीं कि उसके माँ बाप बहुत ही ज़्यादा गरीब थें, इतना ग़रीब कि बड़ी मुश्किलों सें उनका गुजारा हों पाता था। लेकिन किशन पढ़नें में बहुत तेज और समझदार था और वह गाँव के सरकारी स्कूल में ही पढ़ता था। एक दिन की बात हैं किशन को एक लड़की को देखते ही उससे प्यार हों गया यानी उससे पहली नजर में वो प्यार कर बैठा था।  उसकी दिल की गहराइयों में वो लड़की पूरी तरह से उतर चुकी थीं और उस लड़की का नाम दिव्या था। दिव्या एक अमीर घर की इकलौती लड़की थीं। अब किशन दिव्या को छुप छुप कर देखनें लगा लेकिन एक दिन दिव्या नें ऐसा करतें उसे देख लिया मगर दिव्या नें उसे कुछ भी न कहा क्योकि किशन था ही इतना मासूम। अब किशन धीरें धीरें दिव्या के प्यार में इतना खो गया कि उसका न तो पढ़ाई में मन लगता था और न ही उसें खाने पीने का होश था। वह 24 घंटे ही उसी के ही प्यार में खोया रहता था। खैर दिन तो जैसे तैसे उसका कट ही जाता था मगर रात भर वह बिस्तर पर करवट बदलता रहता कि कब सुबह हों ...

दुष्ट शेर और चालाक खरगोश की कहानी |

 एक विशाल जंगल में एक शक्तिशाली शेर रहता था | वह शक्तिशाली होने के सांथ हे बहुत दुष्ट और घमंडी भी था | शेर का नाम भासुरक था | जंगल के जानवर उसे देख कर थर-थर काम्पते थे | वह जहाँ  भी जाता वहां बहुत से जानवरों को मार डालता और उनमें से कुछ को खाता और कुछ को  बिना खाये ही फेंक देता था | शेर से दुखी होकर जंगल के जानवरों ने एक सभा बुलाई | इस सभा में जंगल के सारे जानवर सम्मिलित हुए | सभा में अत्याचारी शेर से मुक्ति पाने के संबंध में चर्चा हुई | सभा में तय किया गया कि सभी जानवर शेर के पास जायेंगें और उससे विनती करेंगें की वह किसी भी जानवर को ना मारे, बदले में जंगल के जानवरों में से बारी-बारी से एक जानवर शेर का भोजन बनने के लिये भेज दिया जायेगा | जंगल के सारे जानवर एकत्र होकर शेर के पास गए और अपना प्रस्ताव रखा | शेर भी जानवरों की बात मान गया | परन्तु उसने जानवरों को धमकी दी कि जिस दिन कोई जानवर शेर के पास नहीं आयेगा उस दिन से वह और अधिक जानवरों का शिकार करने लगेगा | उस दिन के बाद जंगल के जानवरों का डर खत्म हो गया अब वे निश्चिंत होकर जंगल में घूमते थे और शेर को भी बैठे-बैठे भोजन मि...

लाचार पिता की कहानी

  लाचार पिता की कहानी आओ सुनाऊं एक कहानी ,ना था राजा ना थी रानी फिर भी अजब थी इनकी कहानी । एक था पिता एक थी पुत्री बिना मां के पली थी वह , पिता के सहारा से चली थी वह । पिता ने उसे बड़ा प्यार से पाला , नाम उसका रख दिया माला । पिता ने अपना फर्ज निभाया, कड़ी मेहनत कर माला को पढ़ाया , पढ़ा लिखा कर इंस्पेक्टर बनाया । लेकिन बदलते समय के साथ , माला ने अपना रंग दिखाया । जिसने उसे पढ़ा लिखा कर इंस्पेक्टर बनाया, उसे ही पहचानने से के दिया इनकार , पिता को लगा ऐसा सदमा , लाचार पिता हो गया बीमार, फिर पिता गया स्वर्ग सिधार । पिता ने अपना फर्ज निभाया , लेकिन माला को यह समझ नहीं आया । यही थी इनकी कहानी , जो थी सदियों पुरानी ।

एक परेशान आदमी की कहानी |

  आनंद एक बहुत ही साधारण आदमी था। उसका एक अच्छा खासा परिवार और एक नौकरी थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह काफी परेशान रहने लगा था। उसकी परेशानीयो की वजह थी उसको आने वाले वीचार। उसे  लगता था कि वह दुनिया का सबसे बदनसीब आदमी है। पूरे घर का खर्चा उसे अकेले उठाना पड़ता है। घर में सबकी जिम्मेदारी भी उसी के कंधे पर है। आनंद की परेशानियां उसके चेहरे पर दिखने लगी थी। वो बात बात पर गुस्सा हो जाता । उसका चिड़चिड़ापन दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा था। एक दिन आनंद अपने घर में ऐसे ही परेशान सा बैठा हुआ था तभी उसका बेटा उसके पास आया और कहने लगा कि पापा मुझे स्कूल से होमवर्क दिया गया है क्या आप मुझे होमवर्क करने में हेल्प करेंगे? आनंद अपने बच्चे की पूरी बात सुने बिना ही उसके ऊपर गुस्सा हो गया और उसे काफी भला-बुरा सुना दिया! बच्चा वहां से निराश होकर चला गया। थोड़ी देर बाद आनंद का गुस्सा शांत हुआ तब उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। आनंद अपने बच्चे के कमरे में गया जहां उसने देखा की उसका बच्चा नोटबुक में होमवर्क करते करते ही सो गया था। उसने नोटबुक उठा कर देखि, उसमें आज स्कूल से एक विषय पर पैराग्राफ लिखने...