सफलता प्रेरणादायक हिंदी कहानियां 2023

 शिक्षाप्रद छोटे प्रेरक प्रसंग

जिंदगी में सफलता बहुत ही जरूरी हैं , success को पाने का रास्ता इतना आसान भी नहीं है! और इस कठिन राह में व्यक्ति को मोटिवेट रहना बहुत जरूरी है क्योंकि मोटिवेशन के बिना वह उस रास्ते को पार नहीं कर सकता बीच रास्ते पर ही अपनी हिम्मत हार जाता है उस मोटिवेशन को बनाए रखने के लिए हमने पेश की है कुछ चुनिंदा बेहतरीन प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग और मोटिवेशनल स्टोरीज जो आपके लिए एक प्रेरणा स्रोत का काम करेगी !                                                                   जान लगा दो या जाने दो – शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग.                                                                                                    मोहित एक Runner था, इसका सपना ओलंपिक में जाना था। वह हर मैराथन में हिस्सा लेता था । लेकिन आज तक कोई भी मैराथन पूरा नहीं कर पाया और इस बात पर उसे बहुत अफसोस था । वह खुद में ही खुद से हारने लगा था, पर उसने अभी तक हार नहीं मानी थी, वह कोशिश पे कोशिश किए जा रहा था। हर साल मोहित मैराथन में हिस्सा लेता था पर उसे पूरा नहीं कर पाता था । वह मैदान मे जाते ही अपने {competitor} प्रतियोगी को देख hopeless हो जाता । उनके सामने खुद से खुद की कमी निकालता, खुद मे वो भरोसा नहीं रख पाता ।किन हर साल की भांति इस साल मैराथन होने में सिर्फ 2 महीने ही बचे थे । मोहित ने रोज कसरत और दौड़ लगाना शुरू कर दिया और उसने खुद से वादा किया कि इस बार मैं मैराथन जरूर पूरा करूंगा । इस फैसले के बाद उसने कड़ी मेहनत भी चालू कर दी और रोज कुछ ज्यादा कुछ ज्यादा वह अपनी क्षमता को बढ़ाने लगा। महीनो की मेहनत थीं और वो दिन आ गया जिसका मोहित को बेसब्री से इंतजार था। हां दोस्तों आप सही सोच रहे हैं मैराथन। मोहित मैदान पहुंचा और हर बार की भांति इस बार भी hopeless होने लगा मगर अंदर से आवाज आई मैं कर सकता हूं । आसान है ।

बाकी सब runners के साथ मोहित ने भी दौड़ना शुरू किया , लेकिन कुछ दूर तक दौड़ लगाने के बाद  उसके  पैरों में दर्द होने लगा और उसे लगा इस बार भी नहीं हो पाएगा, लेकिन खुद को उसने काबू किया और बोला मोहित अगर दौड़ नहीं पा रहे हो तो  jogging (धीरे-धीरे चलना) ही कर लो । लेकिन आगे बढ़ो, मोहित में jogging करना शुरू किया मतलब पहले के मुकाबले जरा धीमा हो गया । कुछ आगे बढ़ने के बाद उसके पैरों की नसें भी खींचने लग। मोहित को अब मैराथन पूरा करना नामुमकिन – सा लगने लगा । मगर अंदर से आवाज आई jogging नहीं कर पा रहे हो तो चलते हुए race पूरा करो । चलते रहो रुको मत मैराथन जरूर पूरा करना  है और फिर वह चलने लगा । 

उसकी काफी धीमी गति हो गई थी । सारे runners उससे एक – एक करते आगे निकलते जा रहे थे और मोहित उन्हें आगे निकलते हुए देखने के अलावा कुछ भी नहीं कर पा रहा था । तभी अचानक लड़खड़ा कर वो जमीन पर गिर पड़ा | जमीन पर पड़े – पड़े उसके दिमाग में ख्याल आने लगा कि इस बार भी मैं मैराथन पूरा नहीं कर पाया । तभी  मोहित के अंदर से आवाज आई, जिसने कहा उठो मोहित चल नहीं पा रहे हो तो लड़खड़ाते हुए Finish Line को पार कर लो। Finish Line अब बहुत सामने है । मोहित लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ा और Finish Line को किसी तरह पार कर लिया । और जो खुशी जो (Satisfaction) संतुस्टी  उसने महसूस की वो  इससे पहले उसने 

कभी नहीं की थी ।

शिक्षा:-

मित्रों ! मोहित मैराथन मे हारा जरूर पर उसने खुद से किए हुए वादे को पूरा किया । मोहित ने खुद की decision (फेसला) लेने के बाद खुद की insult (अपमान) नहीं की। मोहित रोज मेहनत करता था उसका रास्ता कठिन जरूर था , पर मुस्किल नहीं , एक कविता है दोस्तों की लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती ।

तो दोस्तों कोशिश करते रहिए , किसी भी काम को करने से पहले हजार बार सोचिए , लेकिन जब एक बार फैसला ले लिया हो तो उसे पूरा करके ही छोड़ना अगर आप ऐसा हमसे करते रहोगे, अगर आप कोई काम को करना चाहता है तो अभी और इसी वक्त शुरू कीजिए। सोचने में अपना वक्त बर्बाद मत कीजिए ।

आखिर मे यही कहूँगा जान लगा दो या जाने दो ।            दिखावटीपन से बचें [ Hindi Prerak Prasang 2023]

एक व्यक्ति को किसी बड़े पद पर नौकरी मिल गयी। वह इस नौकरी से खुद को और बड़ा समझने लगा, लेकिन वह कभी भी खुद को बड़े पद के मुताबिक़ नहीं ढाल सका। एक दिन वह अपने ऑफिस में बैठा था, तभी बाहर से उसके दरवाजे को खटखटाने की आवाज आई। खुद को बहुत व्यस्त दिखाने के लिए उसनें टेबल पर रखे टेलीफोन को उठा लिया और जो व्यक्ति दरवाजे के बाहर खड़ा था उसे अन्दर आने के लिए कहा। वह अन्दर आकर इंतजार करने लगा, इस बीच कुर्सी पर बैठा अधिकारी फ़ोन पर चिल्ला-चिल्ला कर बात कर रहा था।

बीच-बीच में वह फोन पर कहता, कि मुझे वह काम जल्दी करके देना, टेलीफोन पर अपनी बातों को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बता रहा था। ऐसे ही कुछ मिनट तक बात करने के बाद उस आदमी ने फ़ोन रखा और सामने वाले व्यक्ति से उसके ऑफिस आने की वजह पूछी। उस आदमी ने अधिकारी को जवाब देते हुए कहा, “सर, मुझे बताया गया था कि 3 दिनों से आपके इस ऑफिस का टेलीफ़ोन ख़राब है और मैं इस टेलीफ़ोन को ठीक करने के लिए आया हूँ।”           dosto ,,,.ye kahani kesi lagi aapko.. cammant me likh kar batayo         

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